एक न्यूज चैनल में साक्षात्कार देने जा रहा था.
रास्ते में ऋषि अष्टावक्र मिल गए. मुंह-हाथ-पैर सहित आठ अंग टेढ़े-मेढ़े. एकाएक इनके पिता की शाप वाली बात ध्यान में आ गई.
जब ये अपनी मां की गर्भ में थे. तभी से टोका-टोकी की इनकी आदत थी. कुछ भी बर्दास्त नहीं होता था. इनके पिताजी वेद पाठी थे. वेदपाठ कर रहे थे. इन्होंने मां के गर्भ से ही कहा- असत्य पाठ, अशुद्ध पाठ. इनके वेदपाठी पिता को गुस्सा आ गया और उन्होंने इन्हें शाप दे दिया कि तुम्हारे आठ अंग टेढ़े हो जाएंगे.
उसी शाप की उत्पत्ति हैं ऋषि अष्टावक्र.
ऋषि अष्टावक्र के पूछा, कहां से आ रहे हो?
मैंने कहा, आ नहीं, जा रहा हूं,
वो बोले, ठीक है, जा रहे हो, मगर जा कहां रहे हो?
मैंने कहा, इंटरव्यू देने जा रहा हूं. एक न्यूज चैनल में.
वो बोले, अच्छी बात है, जाओ, हां, देयर इज अ खबर ऑफ हाथापाई इन राजस्थान विधानसभा.
मैं कहा, ये क्या बाबा, खबर एंड हाथापाई इन विधानसभा.
उन्होंने कहा, क्या, फिर कहो.
मैंने कहा, ये अंग्रेजी में हिंदी क्या गिटपिट कर रही है.
उन्होंने कहा, जब तुमने पौने वाक्य में तीन अंग्रेजी का बोला तो मैं तुम्हें टोकने गया. वहां हिंदी में अंग्रेजी क्यों गिटपिट कर रही है. जब तुम्हारी हिंदी में अंग्रेजी गिटपिट कर सकती है तो मेरी अंग्रेजी तुम्हारी हिंदी क्यों नहीं गिटपिट कर सकती है.
मैंने कहा, बाबा ऐसा नहीं होता है, हिंदी में अंग्रेजी शब्द खूब चलते हैं.
उन्होंने कहा, किसने चलाया, तुमने या अंग्रेजों ने.
मैं उत्तर की तलाश में था, वो बोले, अंग्रेजों ने नहीं, तुमने चलाया. जब तुम हिंदी में अंग्रेजी चला सकते हो, तो तुम अंग्रेजी में हिंदी क्यों नही चला सकते.
जब तुम्हें हिंदी सीखने के लिए अंग्रेजी सीखना पड़ता है तो अगर अंग्रेजी सीखने के लिए मुझे हिंदी सीखना पड़ रहा है तो इसमें क्या बुराई है.
मैं निरूत्तर हो गया.
साक्षात्कार में जाते जाते सोचा बाबा गलत नहीं कह रहे हैं.
शनिवार, 20 मार्च 2010
देयर इज अ खबर ऑफ हाथापाई इन राजस्थान विधानसभा
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सही कहा. यदि हम लोग ऐसी इंगलिश बोलने लगें तो शायद हिंग्लिश बोलने वालों को कुछ समझ आयेगी.
जवाब देंहटाएंवेरी अफसोसजनक न्यूज!
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