हिंदी शोध संसार

शनिवार, 6 मार्च 2010

तुझको रखे राम तुझको अल्लाह रखे

अन्याय के रास्ते में
कहीं न्याय दम न तोड़ दे
असत्य के रास्ते में कहीं
सत्य नीलाम न हो जाए
इसलिए सच दिखाते हैं हम
सत्य के स्वयंभू रक्षक इस टीवी चैनल के चाल चरित्र चेहरा और चिंतन पर आपको संदेह नहीं होना चाहिए क्योंकि सच दिखाते हैं ये. यहां स्वनाम धन्य बुद्धिजीवी पत्रकार(?) पूछते हैं-
देश के संसाधन पर किसका अधिकार है?
  • बहुसंख्यकों का
  • अल्पसंख्यकों का
  • जिसकी लाठी उसकी भैंस
आप ही बताइये आपका जवाब क्या होगा. ये लोग धर्म संप्रदाय के आधार पर देश को बांटते हैं. कुछ लोगों के प्रति पक्षपात पूर्ण रवैया अपना स्वयं को बुद्धिजीवी और सेक्युलर कहते हैं. आप ही बताइये क्या हैं ये लोग?
कल सुबह मेरी पत्नी ने टीवी का स्विच ऑन किया. ये चैनल सेक्स-स्कैंडल मामले में फंसे नित्यानंद स्वामी का संबंध नरेंद्र मोदी के साथ स्थापित करने में जुटा हुआ था.
पहले इसने कुछ चित्र दिखाए, पहले स्वामी जी, फिर नरेंद्र मोदी एक मंच पर चढ़ रहे थे.
मोदी ने हाथ जोड़ स्वामी जी को नमस्कार किया, इस नमस्कार को चैनल ने “हाथ जोड़कर नतमस्तक होना बताया”
पहले एक लाइन की खबर फिर स्वनाम धन्य बुद्धिजीवी पत्रकार की टिप्पणी, फिर फोन पर इस संबंध को पुष्टि कराने की कोशिश.
मेरा सवाल है कि क्या जब नारायण दत्त तिवारी(एनडी तिवारी) सेक्स स्कैंडल में पकड़ाए, क्या तब भी इस चैनल ने तिवारी का संबंध सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मनमोहन सिंह और कांग्रेसी नेताओं से जोड़ने की कोशिश की?
क्या जब कोई फादर सेक्स स्कैंडल में पकड़ाते है तो क्या ये चैनल इसी निष्पक्षता(?) के साथ उसका संबंध दुनियाभर के राष्ट्राध्यक्षों के साथ जोड़ने की कोशिश करता है, जैसा कि आप सभी जानते हैं फादरों के सामने अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, स्वीडन सहित दुनियाभर के राष्ट्राध्यक्ष जुड़ते हैं?

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