हिंदी शोध संसार

गुरुवार, 15 नवंबर 2007

अब क्यों चुप हो?

बहुत दिनों से चुप थे- बाबू बुद्धदेव भट्टाचार्य। हाँ वही, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री- बाबू बुद्ध देव भट्टाचार्य। वैसे भी वे काफी कम बोलते हैं। लोगों ने नंदीग्राम को लेकर काफी बवाल मचाया। वाममोर्चे को जवाब देना पड़ रह था। काफी फजीहत हो चुकी थी। सौ- पचास लोगों की हत्या को लेकर लोगों ने बवाल मचा रखा था। कभी प्रकाश करात, कभी सीताराम येचुरी, तो कभी बिन्दा करात को जबाव देना पड़ रहा था। मीडिया तो काफी हद तक रहमदिली दिखाई, मगर मेधा पाटेकर जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं ने तो नाक में दम कर रखा था। केन्द्र सरकार को तो गठबंधन धर्मं निभाना ही नहीं आता है। भाई जैसे पहले चुप थे वैसे चुप रहना चाहिऐ। खैर इस बात को निजी विचार मानकर हम तुम्हें क्षमा कर देते हैं। मगर भाई आगे नहीं बोलना। नहीं तो ये सरकार की सेहत के लिए ठीक नही होगा। जवाब देते देते कारात-युग्म और येचुरी परेशां थे। ऊपर से वाममोर्चे के सहयोगियों ने भी नंदीग्राम जनसंहार के लिए सीपीएम को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया। पानी सर से गुजर गया था। आखिरकार बुद्धदेव भट्टाचार्य को जवाब देना पड़ा- उनहोंने कहा- यह तृणमूल की हिंसा का जवाब हिंसा से था। पिछले ग्यारह महीने से हमारे लोगों को बाहर रहना पड़ रह था। उन्होने हमारे लोगों को परेशां किया॥ उनकी हत्या की। तब ये चिल्लाने वाले लोग कहाँ थे?
ठीक है बाबू बुद्ध देव आपने काफी चुप रहकर, सोच-समझकर जो जवाब दिया। हम उसकी इज्जत करते हैं।
अब सवाल उठता है--
१- जब वे लोग आपके आदमियों को मार रहे थे, तो आप कहाँ थे?
२- क्या आपसे पश्चिम बंगाल के शासन व्यवस्था नहीं संभालती है?
३- क्या सीपीएम को छोड़कर पश्चिम बंगाल के बांकी लोग आपके नहीं हैं?
अंत में एक सवाल और
गुजरात दंगों के दौरान आपकी पार्टी ने वहां से अलाप्संख्यकों को पश्चिम बंगाल आने कहा था-- लेकिन पश्चिम बंगाल में आपने जिन लोगों को अलाप्संख्यक बना रखा है--उनको आप कहाँ भेज रहे हैं?
आपसे कुछ और सवाल पूछना है, लेकिन बाद में..

1 टिप्पणी :

  1. इस लेख सहित जिन लेखों को भी आप ने full justify वह फायरफॉक्स में पढा नहीं जा सकता है. कृपया सारी रचनाओं को सिर्फ left justify करें -- शास्त्री

    हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है.
    हर महीने कम से कम एक हिन्दी पुस्तक खरीदें !
    मैं और आप नहीं तो क्या विदेशी लोग हिन्दी
    लेखकों को प्रोत्साहन देंगे ??

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