यूपीए सरकार ने घोटालों के सारे विश्व रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। जिस घोटाले का जिक्र यहां किया जा रहा है वो ना सिर्फ स्वतंत्र भारत के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला है, बल्कि वो शायद दुनिया के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला है। अब तक के घोटालों में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ये कहकर बचते रहे हैं कि ये उनका विभाग नहीं है, टूजी घोटाला, आदर्श घोटाला, एस-बैंड घोटाला, सीडब्ल्यूजी घोटाला के बारे में वो कुछ नहीं जानते हैं, लेकिन कोयला मंत्रालय ज्यादातर समय तक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के हाथों में रहा है और उनके हाथों में कोयला मंत्रालय का प्रभार होते हुए ७३ कंपनियों को कोयला खदानें मुफ्त दी गई है।
कोयला घोटाला- ईटीवी-चौथी दुनिया लिंक- वीडियो लिंक
कोयला घोटाला- ईटीवी चौथी दुनिया- पाठ्य लिंक
न्यूज एक्स पर दिखाए गए खबरों के मुताबिक, कोयला घोटाला करीब चालीस लाख करोड़ का है। यानी टूजी घोटाले से पच्चीस गुना बड़ा घोटाला। यानी सभी घोटालों का बाप।
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कोयला घोटाला- ईटीवी चौथी दुनिया- पाठ्य लिंक
न्यूज एक्स पर दिखाए गए खबरों के मुताबिक, कोयला घोटाला करीब चालीस लाख करोड़ का है। यानी टूजी घोटाले से पच्चीस गुना बड़ा घोटाला। यानी सभी घोटालों का बाप।
- बिहार अंधेरे में जी रहा है- केंद्र सरकार बिहार को कोल लिंक नहीं दे रही है ताकि वो बिजली पैदा कर सके।
- अन्ना हजारे और नागरिक समाज प्रधानमंत्री और न्यायपालिका को लोकपाल के दायरे में क्यों लाना चाहते हैं अब लोगों को समझ में आना चाहिए।
- कॉर्पोरेट जगत-राजनेता-पत्रकार मिलकर देश को कैसे लूट रहे हैं। इसकी बानगी है ये घोटाला।
- इस घोटाले में यूपीए के अलावा एनडीए भी शामिल है।
- अब जनता को समझ में आना चाहिए कि भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा, तृणमूल, राजद समेत तमाम दल क्यों लोकपाल का विरोध कर रहे हैं
- वो इस लूट की प्रक्रिया को जारी रखना चाहते हैं।
- तथ्यों को बढ़िए, वीडियो देखिए, न्यूज पर नजर रखिए और प्रतिक्रिया भी दीजिए।
- हो सके तो त्याग की मूर्ति सोनिया अम्मा से भी पूछिए, मॉं आपके शासन में ये क्या हो रहा है।
- हमारे देश के भावी प्रधानमंत्री(पिग्गीराजा की अंतिम ख्वाहिश) से पूछिए कि वो क्यों इन गंभीर मसलों पर मूक-बधिर हो जाते हैं।
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