हिंदी शोध संसार

गुरुवार, 24 फ़रवरी 2011

ऊबंटू के साथ हमारा अनुभव



अक्सर कहा जाता है कि मुफ्त में क्या मिलता है। मगर, मुफ्त में कई बार ऐसी चीजें मिल जाती है तो ना सिर्फ बहुमूल्य होती है, बल्कि वह कई मायनों में खरीदी हुई चीजों से भी बेहतर हो सकती है। मुक्त स्रोत(ओपन सोर्स) में उपलब्ध कंप्यूर संसाधन तंत्र(ऑपरेटिंग सिस्टम) ऊबंटू के बारे में ऐसा ही कुछ कहा जा सकता है। ऊबंटू संसाधन तंत्र न सिर्फ मुफ्त है, बल्कि तेज और विश्वसनीय है। इस संसाधन तंत्र के इस्तेमाल के लिए विषाणुरोधी(एंटी वायरस) भी नहीं चाहिए।
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इससे पहले भी कई बार उबंटू को अपने कंप्यूटर पर संस्थापित(इंस्टॉल) करने की कोशिश की। लेकिन सफल नहीं रहा। इसका एक और एकमात्र कारण था कि मैं ऊबंटू को उसके अंतर्जाल पृष्ठ(इंटरनेट पेज-साइट) से डाऊनलोड करके सीधे संस्थापित (इंस्टॉल) करने की कोशिश करता था। इस दौरान इसमें कुछ तक गड़बड़ी पैदा हो जाती थी और ऊबंटू संस्थापित नहीं हो पाता था.

तब ध्यान गया संस्थापित करने के चरणों पर जो कि ऊबंटू के डाऊनलोड पेज पर मौजूद है। ऊबंटू कैसे संस्थापित करें- विधियों के तहत डाऊनलोड पृष्ठ से ऊबंटू डाऊनलोड कर लिया और 700 एमबी के एक सीडी पर उसे बर्न(राइट) कर लिया। और फिर संस्थापित करने की कोशिश की। 
 

यहां एक बात और बताना चाहूंगा कि मेरे लैपटॉप(लाडला) में पहले से विंडो विस्टा संसाधन तंत्र मौजूद है। विस्टा के साथ ऊबंटू संस्थापित करने की कोशिश की। चरणबद्ध तरीके से सबकुछ होता गया। और अंत में लाडले पर ऊबंटू संस्थापित हो गया।

परेशानियां और उसका समाधान-
  1. ऊबंटू के साथ पहली जो परेशानी आई वो थी शब्दकूट(पासवर्ड) नहीं स्वीकार करना- शुरू शुरू में जब मैं उपभोक्ता(यूजरनेम) के साथ शब्दकूट(पासवर्ड) डालता था तो कंप्यूटर शब्दकूट असंगत बताता था। मैने सीडी से दोबारा ऊंबंटू संस्थापित करने की कोशिश की। पहले कंप्यूटर से ऊबंटू असंस्थापित हुआ, फिर संस्थापित हो गया। इसबार मैंने शब्दकूट(पासवर्ड) के साथ साथ उपभोक्ता(यूजरनेम) भी बदल दिया। इंस्टॉल करने के बाद कंप्यूटर फिर से चलाया। तो नए उपभोक्ता और शब्दकूट के साथ कंप्यूटर चल पड़ा।
    (परेशानी की वजह- विंडो विस्टा के उपभोक्ता(यूजरनेम) पर उबंटू को चलने की कोशिश की, इसलिए पासवर्ड नहीं ले रहा था। बाद में उपभोक्ता बदल दिया तो शब्दकूट काम करने लगा)


  2. दूसरी परेशानी इंटरनेट कनेक्शन को लेकर हुई। विंडो विस्टा पर इंटरनेट था, मगर ऊबंटू पर काम नहीं कर रहा था। मैंने खुद ऊबंटू पर इंटरनेट सैटिंग की। सैंटिग्स तो हो गया पर इंटरनेट शॉर्टकट के अभाव में काम नहीं हो पाया। मैने सेवा प्रदाता(सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क किया) उसने ब्राऊजर सैटिग्स चालू कर दिया और ये समस्या भी समाप्त हो गई।
  3. तीसरी समस्या- भाषा को लेकर थी जो इंटरनेट जुड़ते ही समाप्त हो गई। और पूरे कंप्यूटर पर हिंदी भाषा सेट हो गई। की-बोर्ड सैटिंग भी कर ली।
  4. चौथी समस्या डीवीडी प्लेयर को लेकर थी। ऊंबटू में मौजूद प्लेयर पर कुछ प्लग-इन डाऊनलोड कर लिया और डीवीडी भी चलने लगा।

इस तरह समस्याएं खत्म हो गई। ज्यों-ज्यों ऊबंटू का प्रयोग करता जा रहा हूं। यह मेरा पसंदीदा संसाधन तंत्र बनता जा रहा है। आगे और भी चर्चा करेंगे।

1 टिप्पणी :

  1. लिनक्स की दुनिया में आपका स्वागत है |
    एक बार जिसने उबुन्टू का इस्तेमाल कर लिया वह विंडोज को भूल जाता है, कमाल की स्पीड,न वायरस आने का डर,न कभी हेंग होता,न कभी करप्ट होता,न किसी ड्राइवर संस्थापित करने की जरुरत |
    उबुन्टू के लिए निम्न ब्लोग्स पर हिंदी में आलेख है -
    1-http://ankurthoughts.blogspot.com/search/label/%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%87%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B8
    2-http://www.gyandarpan.com/2009/01/blog-post_6759.html
    3-http://www.antarjaal.in/

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