संसद के बजट सत्र में सदस्यों को संबोधित कर राष्ट्रपति दो बातें कहीं, शायद आपको पसंद आए
महंगाई का फायदा देश के किसानों को मिला.
महंगाई सर्वांगीण विकास का सूचक है
हमारे राष्ट्रनिर्माताओं ने जो सपना देखा था, हम उस सपने को पूरा करने के इतने करीब कभी नहीं थे, जितने अब हैं.
जय हिंदी जय भारत
सोमवार, 22 फ़रवरी 2010
घाव पर नमक
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अब क्या कहे....कुर्सी पर तो इसी जनता ने बिठाया है...
जवाब देंहटाएंतेजाब है.
जवाब देंहटाएंतेजाब है.
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