पीडीएफ पुस्तक प्रकाशन पर मेरी पोस्ट पर कुछ प्रतिक्रियाएं मिली. पीएन सुब्रह्मण्यन जी ने कहा कि इस विषय पर थोड़ा और विस्तार से बताया जाए. उन्हीं को समर्पित है मेरी ये पोस्ट-
दरअसल, हमारा हिंदी ब्लॉग जगत समृद्ध होता जा रहा है. कुराफातों हो या व्यक्तिगत टिप्पणियां. ये सब मिलकर हिंदी ब्लॉग जगत को समृद्ध कर रहा है. सैंकड़ों ऐसे ब्लॉग हैं जिनपर स्तरीय हीं नहीं, उच्चस्तरीय लेख मौजूद हैं. शब्दावली को ही लीजिए, यहां मौजूद पोस्ट हिंदी भाषा विज्ञान की धरोहर हैं. मैंने नॉर्मन लेविस की वर्ड पावर मेड ईजी पढ़ी थी. उन्होंने अंग्रेजी भाषा के शब्दों को याद रखना और समझना आसान बना दिया था. ऐसा ही कार्य अजीत वडनेरकर जी कर रहे हैं. इससे हिंदी भाषा को बहुत फायदा मिलेगा. उनकी रचना ब्लॉग पोस्ट को रूप में है. अगर उस ब्लॉग के सभी पोस्ट को एक जगह समेट कर पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया जाता है तो उससे लाखों लोग लाभान्वित होंगे.
इसी तरह आपके ब्लॉग का विषय जो हो, आप उसे इकट्ठा कर पीडीएफ पुस्तक के रूप में प्रकाशित कर सकते हैं.
उदाहरण के लिए मैंने विकीपीडिया पर निर्वाचित लेखों को ओपेन ऑफिस में ज्यों का त्यों चिपका दिया. फिर इसे सेव एज पीडीएफ फाइल के रूप में सेव कर लिया. और पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया.
देखिए, विकीपीडिया के चौदह निर्वाचित लेखों की ये पुस्तक-
कई कारणों से किताब हटा दिया गया है.
अब आप भी अपने ब्लॉग पोस्ट को ओपेन ऑफिस में चिपकाइये और फिर पीडीएफ बनाकर प्रकाशित करिए.
मंगलवार, 27 अक्तूबर 2009
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