नए साल के मौक़े पर आतंकवादियों ने उत्तरप्रदेश के रामपुर में सी आर पी एफ पर हमला कर सात जवानों सहित आठ लोगों की हत्या कर दी। वहीं नक्सली उग्रवादियों ने बिहार के मुंगेर और झारखण्ड में दो हमलों को अंजाम दिया। हर बार की तरह इस बार भी आतंकवादी हमले पर गृह मंत्रालय की ओर से बयान जारी हुआ। केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा-खुफिया जानकारी तो बार-बार राज्यों को दी जा रही है कि आतंकवादी हमला कहीं भी और कभी-भी हो सकता है। कितने दुःख कि बात है कि हमारा गृह मंत्रालय कह रह है कि आतंकवादी हमला कहीं-भी और कभी-भी हो सकता है। जब ये बात कहनी है तो ये कोई भी कह सकता है। फिर हमें ये सब कहने के लिए गृह मंत्रालय कि क्या जरुरत है। कुछ महीने पहले सी आर पी ऍफ़ के एक कार्यक्रम में गृह मंत्री ने इसी तरह का अप्रत्याशित बयान दिया था कि निकट भविष्य में आतंकवाद और नक्सल समस्या को आसानी से नहीं मिटाया जा सकता है। जब गृह मंत्रालय इस सच्चाई का बयान करने लगे तो आम जनता का क्या होगा? ये बयान उस देश के गृह मंत्री का है-- जो दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और संप्रभु राज्य है और जिसकी सेना दुनिया के नक्शे पर बंगलादेश जैसे स्वतंत्र राज्य का मानचित्र खींच सकती है.
बुधवार, 2 जनवरी 2008
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