हिंदी शोध संसार

गुरुवार, 25 अक्तूबर 2007

पापा निवारयति योज्यते हिताय गुह्यम निगुहति गुणानिम प्रकाट्म करोति
आपद गतं न च जहाति ददाति काले सन्ना मित्रं लक्षणं इदम प्रवदन्ति संत

जो पाप से बचाता है, हित के काम में लगता है, छिपाने योग्य बातें छिपाता है, गुण प्रकट करता है, विपत्ति के समय साथ नहीं छोड़ता है, संतों ने अच्छे मित्रों के लक्षण यही बताएं हैं.

कोई टिप्पणी नहीं :

एक टिप्पणी भेजें