हृदयांजलि
शुक्रवार, 26 अक्टूबर 2007
महा मृत्युंजय मन्त्रं
ओम त्र्यम बकम यजा महे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम उर्वानिक मिव बंधनानी मृत्योर्मुक्षीय मामृतात
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